कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के सूत्रों के मुताबिक, संशोधित पाठ्यक्रम मूल अवधारणाओं और आवश्यक ज्ञान पर ध्यान केंद्रित करने के इरादे से विभिन्न ग्रेडों में विभिन्न विषयों को प्रभावित करेगा। सीबीएसई ने इस बात पर जोर दिया है कि ये समायोजन एक संतुलित शैक्षिक दृष्टिकोण सुनिश्चित करते हुए छात्रों की प्रमुख विषयों की समझ और अवधारण को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
पाठ्यक्रम में कटौती के अलावा, बोर्ड छात्रों के प्रदर्शन का बेहतर मूल्यांकन करने के लिए एक अधिक संरचित मूल्यांकन ढांचा लागू कर रहा है। इसमें परीक्षा पैटर्न और ग्रेडिंग सिस्टम में संशोधन शामिल हैं, जिनसे छात्रों की शैक्षणिक क्षमताओं की स्पष्ट तस्वीर प्रदान करने की उम्मीद है।
सीबीएसई ने स्कूलों और शिक्षकों से अपने शिक्षण तरीकों को नए पाठ्यक्रम के अनुरूप अपनाने का आग्रह किया है, जिससे अधिक इंटरैक्टिव और आकर्षक सीखने के माहौल को प्रोत्साहित किया जा सके। बोर्ड का मानना है कि इन बदलावों से न केवल छात्रों को शैक्षणिक रूप से लाभ होगा बल्कि उनके समग्र विकास में भी योगदान मिलेगा।
इस पहल के हिस्से के रूप में, सीबीएसई अद्यतन पाठ्यक्रम को नेविगेट करने में शिक्षकों और छात्रों की सहायता के लिए विस्तृत दिशानिर्देश और संसाधन प्रदान करेगा। सुचारू परिवर्तन सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों को आगामी शैक्षणिक वर्ष से पहले इन परिवर्तनों से परिचित होने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 2025 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए पाठ्यक्रम में महत्वपूर्ण बदलावों की घोषणा की है, जिसमें पाठ्यक्रम में 15% की कटौती भी शामिल है।
