शुक्र ग्रह मूल त्रिकोण राशि तुला में 18 सितंबर को प्रवेश कर कर चुके हैं। अब 23 सितंबर को बुध कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि शुक्र ग्रह भौतिक सुख-सुविधा, वैभव और भोग-विलास के कारक ग्रह माने जाते हैं। शुक्र के अपनी स्वराशि में गोचर करने के कारण मालव्य राजयोग बनता है।
बुध ग्रह का अपनी ही राशि कन्या में प्रवेश
23 सितंबर से बुध ग्रह अपनी स्वराशि कन्या में प्रवेश करने जा रहे हैं। वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को ग्रहों का राजकुमार मान जाता है। बुध ग्रह को वाणी, कम्यूनिकेशन, व्यापार, बुद्धि, शेयर बाजार और अर्थव्यवस्था का कारक माना जाता है। इसलिए जब भी बुध ग्रह की चाल में बदलाव होता है, तो इन सेक्टरों पर विशेष प्रभाव पड़ता है। साथ ही लोगों को करियर और कारोबार में तरक्की मिल सकती है।
मालव्य राजयोग बहुत शुभ
ज्योतिष में मालव्य राजयोग को बहुत ही शुभ माना गया है। ऐसे में शुक्र के गोचर से कुछ राशि वालों को अच्छी तरक्की और धन लाभ के अच्छे संयोग बनेंगे। ज्योतिष शास्त्र में शुक्र को प्रेम, सौहार्द व सुंदरता का कारक ग्रह कहा जाता है। यह किसी व्यक्ति के जीवन में रिश्ते के प्रति हमारा दृष्टिकोण और हम अपनी भावनाओं को किस तरह से दूसरों के सामने रखते हैं, आदि का प्रतिनिधित्व करते हैं।