कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के सूत्रों के मुताबिक, किसानों को संभावित त्रुटियों से सावधान रहने की सलाह दी जाती है जिससे उनके भुगतान में देरी हो सकती है। सरकार पहले ही 17 किस्तें वितरित कर चुकी है, आखिरी किस्त जून 2024 में जारी की गई थी।
बचने के लिए सामान्य गलतियाँ
किसानों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आगामी भुगतान में किसी भी समस्या से बचने के लिए उनका विवरण सटीक और अद्यतन है। सामान्य गलतियाँ जिनके कारण देरी हो सकती है उनमें शामिल हैं:
गलत बैंक विवरण: सुनिश्चित करें कि प्रदान की गई बैंक खाते की जानकारी सही है और योजना के साथ पंजीकृत विवरण से मेल खाती है।
अपूर्ण दस्तावेज़ीकरण: सभी आवश्यक दस्तावेज़ पूर्ण रूप से प्रस्तुत किए जाने चाहिए। गुम या गलत दस्तावेज़ भुगतान की प्रक्रिया में बाधा डाल सकते हैं।
जानकारी अपडेट करने में विफलता: यदि व्यक्तिगत जानकारी, जैसे पता या मोबाइल नंबर, में कोई बदलाव हुआ है, तो इसे तुरंत पीएम-किसान डेटाबेस में अपडेट किया जाना चाहिए।
लाभार्थी सूची की जाँच न करना: किसानों को किस्त के लिए अपनी पात्रता की पुष्टि करने के लिए नियमित रूप से पीएम-किसान लाभार्थी सूची की जाँच करनी चाहिए। यह आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से किया जा सकता है।
भुगतान समयरेखा
18वीं किस्त नवंबर या दिसंबर 2024 में किसानों के खातों में जमा होने की उम्मीद है। यह किस्त ₹2,000 की वित्तीय सहायता प्रदान करना जारी रखेगी, जो इस योजना के तहत किसानों को मिलने वाले वार्षिक कुल ₹6,000 में योगदान करेगी।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना की 18वीं किस्त जल्द ही जारी होने की उम्मीद है
