कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के सूत्रों के मुताबिक, एक उल्लेखनीय उपलब्धि में, भारतीय एथलीट योगेश कथूनिया ने 2024 पेरिस पैरालिंपिक में डिस्कस थ्रो स्पर्धा में रजत पदक जीता है। कथूनिया के प्रभावशाली प्रदर्शन ने वैश्विक मंच पर भारतीय पैरा-एथलीटों के लचीलेपन और प्रतिभा को प्रदर्शित करते हुए देश को बहुत गर्व और खुशी दी है।
कथूनिया की सफलता की यात्रा
हरियाणा के सोनीपत के मूल निवासी योगेश कथूनिया सफलता के इस शिखर तक पहुंचने के लिए लगातार प्रशिक्षण ले रहे हैं। कई चुनौतियों और असफलताओं का सामना करने के बावजूद, वह खेल के प्रति अपने जुनून और अपने देश को गौरवान्वित करने की इच्छा से प्रेरित होकर अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहे।
रजत पदक फेंको
डिस्कस थ्रो स्पर्धा के अंतिम दौर में, कथूनिया ने 44.38 मीटर का शानदार थ्रो करके रजत पदक हासिल किया और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पैरा-एथलीटों में अपनी जगह पक्की कर ली। उनकी उपलब्धि उनके समर्पण, कड़ी मेहनत और उनके कोचों और भारतीय पैरालंपिक समिति से मिले समर्थन का प्रमाण है।
राष्ट्र के लिए प्रेरणा
पेरिस पैरालिंपिक में योगेश कथूनिया की सफलता लाखों भारतीयों, विशेषकर विकलांग लोगों के लिए प्रेरणा का काम करती है। उनकी यात्रा दर्शाती है कि दृढ़ संकल्प, दृढ़ता और सही समर्थन से कुछ भी संभव है। रजत पदक सिर्फ एक व्यक्तिगत जीत नहीं है बल्कि भारतीय पैरा-स्पोर्ट्स समुदाय के भीतर अपार क्षमता और प्रतिभा का प्रतीक है।
बधाई एवं अभिनंदन
योगेश कथुनिया की उपलब्धि का पूरे भारत में व्यापक रूप से जश्न मनाया गया है, राष्ट्र ने उन्हें बधाई और प्रशंसा दी है। भारत सरकार, खेल अधिकारियों और जनता ने उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन और देश के लिए लाए गए गौरव को मान्यता दी है।
योगेश कथूनिया ने पेरिस पैरालिंपिक में डिस्कस थ्रो में रजत पदक जीता
