भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के मानव अंतरिक्ष उड़ान केंद्र के निदेशक डॉ. सोमनाथ ने एक हालिया बयान में विश्वास व्यक्त किया कि ब्रह्मांड में विदेशी जीवन के अस्तित्व की प्रबल संभावना है। यह दावा अंतरिक्ष अन्वेषण में चल रहे वैज्ञानिक अनुसंधान और प्रगति के परिणामस्वरूप आया है।
डॉ. सोमनाथ ने ब्रह्मांड के विशाल विस्तार और ग्रहों और चंद्रमाओं जैसे खगोलीय पिंडों की प्रचुरता पर प्रकाश डाला, जो संभावित रूप से जीवन को आश्रय दे सकते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पानी और उपयुक्त पर्यावरण की उपस्थिति सहित जीवन के लिए आवश्यक परिस्थितियाँ केवल पृथ्वी तक ही सीमित नहीं हैं। इस अहसास ने अलौकिक जीवन के संकेतों के लिए अन्य खगोलीय पिंडों की खोज में वैज्ञानिक समुदाय की रुचि को बढ़ा दिया है।
इसरो प्रमुख ने दुनिया भर की अंतरिक्ष एजेंसियों द्वारा की गई हालिया खोजों का भी उल्लेख किया, जिसमें विभिन्न ग्रहों और चंद्रमाओं पर संभावित रहने योग्य वातावरण के सबूत मिले हैं। इन निष्कर्षों ने इस धारणा को और मजबूत किया है कि पृथ्वी से परे भी जीवन मौजूद हो सकता है, भले ही वह सूक्ष्मजीवी या आदिम रूप में हो।
डॉ. सोमनाथ का कथन वैज्ञानिकों के बीच बढ़ती आम सहमति से मेल खाता है कि ब्रह्मांड जीवन से भरपूर है, यद्यपि विभिन्न रूपों और विकास के चरणों में। जैसे-जैसे अंतरिक्ष अन्वेषण आगे बढ़ता जा रहा है, विदेशी जीवन रूपों का सामना करने की संभावना बढ़ती जा रही है, जिससे संभावित रूप से अभूतपूर्व खोजें और ब्रह्मांड और इसकी उत्पत्ति की गहरी समझ पैदा हो रही है।
अलौकिक जीवन की खोज दुनिया भर की अंतरिक्ष एजेंसियों के लिए एक दीर्घकालिक लक्ष्य रहा है, और इस प्रयास में इसरो की भागीदारी अनुसंधान के इस क्षेत्र में योगदान देने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। जैसे-जैसे अंतरिक्ष की दौड़ तेज होती जा रही है, दुनिया उत्सुकता से उन संभावित खोजों का इंतजार कर रही है जो ब्रह्मांड में जीवन के बारे में हमारी समझ में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती हैं।
इसरो प्रमुख का मानना है कि ब्रह्मांड में एलियन जीवन की अत्यधिक संभावना है
