कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के सूत्रों के अनुसार, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 21 से 22 अगस्त तक पोलैंड की आधिकारिक यात्रा पर हैं, जो 45 वर्षों में किसी भारतीय प्रधान मंत्री की इस देश की पहली यात्रा है। यह यात्रा भारत और पोलैंड के बीच राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ के साथ मेल खाती है।
यात्रा के मुख्य आकर्षण में शामिल हैं:
नेताओं के साथ बैठकें: मोदी का पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा और प्रधान मंत्री डोनाल्ड टस्क से मुलाकात करने का कार्यक्रम है, जिसमें द्विपक्षीय संबंधों, खासकर व्यापार और सुरक्षा को मजबूत करने पर चर्चा की जाएगी।
यात्रा का महत्व: इस यात्रा को भारत-पोलैंड संबंधों को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जाता है, जिसमें दोनों देश एक-दूसरे को प्रमुख आर्थिक साझेदार के रूप में मान्यता देते हैं। मोदी ने अपनी चर्चा के दौरान लोकतंत्र और बहुलवाद के प्रति पारस्परिक प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
ऐतिहासिक संदर्भ: पोलैंड की यात्रा करने वाले अंतिम भारतीय प्रधान मंत्री 1979 में मोरारजी देसाई थे। वर्तमान यात्रा महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ऐसे समय में हो रही है जब भारत मध्य यूरोप में अपना प्रभाव बढ़ाना चाहता है।
फोकस क्षेत्र: चर्चा में व्यापार, सुरक्षा सहयोग और तकनीकी सहयोग सहित विभिन्न विषयों पर चर्चा होने की उम्मीद है।
सामुदायिक जुड़ाव: मोदी ने सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए पोलैंड में भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करने की योजना बनाई है।
पोलैंड की अपनी यात्रा के बाद, मोदी 23 अगस्त को यूक्रेन की यात्रा करेंगे, जो 30 से अधिक वर्षों में किसी भारतीय प्रधान मंत्री की यूक्रेन की पहली यात्रा होगी। यह यात्रा यूरोपीय मामलों में भारत की बढ़ती भागीदारी और अंतरराष्ट्रीय साझेदारी को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
पीएम मोदी पोलेंट का दौरा
