कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में एक बयान में महाराष्ट्र के प्रमुख राजनीतिक हस्तियों अजीत पवार और दीपक केसरकर ने परिवार को राजनीति से अलग करने के महत्व पर जोर दिया है। उन्होंने अपने सहयोगियों और जनता से व्यक्तिगत संबंधों को राजनीतिक मामलों के साथ मिलाने से परहेज करने का आग्रह किया है।
अजित पवार की टिप्पणी
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता अजीत पवार ने इस बात पर जोर दिया कि राजनीतिक दलों को परिवार-केंद्रित राजनीति में शामिल होने के बजाय लोगों की सेवा करने और उनकी चिंताओं को दूर करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने शासन के लिए एक पेशेवर दृष्टिकोण की आवश्यकता पर जोर दिया, जहां निर्णय योग्यता और राज्य के सर्वोत्तम हितों के आधार पर किए जाते हैं।
दीपक केसरकर का रुख
शिव सेना (यूबीटी) पार्टी के सदस्य दीपक केसरकर ने पवार की भावनाओं को दोहराते हुए कहा कि राजनीतिक दलों को परिवार और राजनीति के बीच स्पष्ट अंतर बनाए रखना चाहिए। उन्होंने तर्क दिया कि दोनों को मिलाने से भाई-भतीजावाद को बढ़ावा मिल सकता है और लोकतांत्रिक प्रक्रिया कमजोर हो सकती है।
राजनीति में व्यावसायिकता की आवश्यकता
पवार और केसरकर दोनों ने राजनीति में व्यावसायिकता के महत्व पर जोर दिया, जहां व्यक्तियों को उनकी योग्यता, अनुभव और लोगों की प्रभावी ढंग से सेवा करने की क्षमता के आधार पर आंका जाता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राजनीतिक दलों को ऐसे उम्मीदवारों के चयन को प्राथमिकता देनी चाहिए जिनके पास राज्य के सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए आवश्यक कौशल और प्रतिबद्धता हो।
अजित पवार और दीपक केसरकर ने परिवार को राजनीति से अलग करने पर जोर दिया
