कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के अनुसार, कजरी तीज, हिंदू संस्कृति का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे पूरे भारत में महिलाएं बड़े उत्साह के साथ मनाती हैं। यह शुभ अवसर हिंदू कैलेंडर के अनुसार, भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि (तीसरे दिन) को पड़ता है।
2024 में कजरी तीज 29 अगस्त, गुरुवार को मनाई जाएगी। यह त्यौहार विवाहित महिलाओं के लिए बहुत महत्व रखता है, जो अपने पतियों की भलाई और दीर्घायु के लिए प्रार्थना करती हैं। यह अविवाहित महिलाओं के लिए उपयुक्त जीवन साथी के लिए आशीर्वाद मांगने का भी समय है।
कजरी तीज पूजा करने का शुभ मुहूर्त त्योहार के दिन सुबह 11:52 बजे से दोपहर 02:12 बजे तक है। इस दौरान महिलाएं भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा-अर्चना कर उनका आशीर्वाद लेती हैं।
पूजा विधि (अनुष्ठान) में निम्नलिखित चरण शामिल हैं:
एक साफ जगह तैयार करें और वहां भगवान शिव और देवी पार्वती की मूर्तियां रखें।
देवताओं को फूल, अगरबत्ती और जलता हुआ दीपक चढ़ाएं।
कजरी तीज मंत्रों का जाप करें और भक्ति गीत गाएं।
आरती करें और परिवार के सदस्यों के बीच प्रसाद वितरित करें।
कजरी तीज का त्यौहार भी मनाया जाता है
कजरी लोक नृत्य, जो भारत के उत्तरी क्षेत्रों में लोकप्रिय है। महिलाएं रंग-बिरंगे परिधान पहनती हैं और पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्रों की लयबद्ध धुनों पर नृत्य करती हैं।
यह त्योहार पति-पत्नी के बीच के रिश्ते को मजबूत करने में बहुत महत्व रखता है। यह जोड़ों के लिए एक-दूसरे के प्रति अपने प्यार और प्रतिबद्धता को व्यक्त करने का समय है, साथ ही एक सुखी और समृद्ध जीवन के लिए दिव्य आशीर्वाद मांगने का भी समय है।