कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के सूत्रों के मुताबिक, राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा ने पुष्टि की है कि मध्यम अवधि में लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन्स (LTCG) टैक्स में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। यह बयान संभावित कर सुधारों और निवेशकों पर उनके प्रभाव के बारे में चर्चा के बीच आया है।
मल्होत्रा ने इस बात पर जोर दिया कि मौजूदा कर संरचना बरकरार रहेगी, जिससे उन निवेशकों को स्थिरता मिलेगी जो दीर्घकालिक निवेश पर भरोसा करते हैं। इस निर्णय का उद्देश्य निवेश के लिए अनुकूल माहौल को बढ़ावा देना और यह सुनिश्चित करना है कि पूंजी बाजार घरेलू और विदेशी दोनों निवेशकों के लिए आकर्षक बना रहे।
राजस्व सचिव की टिप्पणियाँ पूर्वानुमानित कर व्यवस्था बनाए रखने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं, जो आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है। एलटीसीजी टैक्स में बदलाव न करके सरकार का लक्ष्य निवेशकों को उनकी निवेश रणनीतियों की स्थिरता के बारे में आश्वस्त करना है।
जैसे-जैसे अर्थव्यवस्था में सुधार जारी है, राजस्व सृजन की आवश्यकता को संतुलित करते हुए निवेश के लिए अनुकूल माहौल बनाने पर ध्यान केंद्रित है। एलटीसीजी कर में स्थिरता को बाजार सहभागियों के लिए एक सकारात्मक संकेत के रूप में देखा जाता है, जो उन्हें दीर्घकालिक निवेश अवसरों में अधिक सक्रिय रूप से शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करता है।
राजस्व सचिव ने मध्यम अवधि में दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ कर में कोई बदलाव नहीं होने की पुष्टि की
