कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के अनुसार, भारत में कृषि क्षेत्र में धान की बुआई में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है, जिसमें पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 19% की वृद्धि हुई है। इस प्रगति के साथ-साथ अरहर और उड़द की फसल के रकबे में भी तेज वृद्धि हुई है।
धान की बुआई: 19% वृद्धि
कृषि मंत्रालय के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि धान की बुआई में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 19% की पर्याप्त वृद्धि देखी गई है। धान की बुआई में यह उछाल कृषि क्षेत्र के लिए एक सकारात्मक संकेत है, जो रोपण सीज़न की मजबूत शुरुआत का संकेत देता है।
अरहर और उड़द का रकबा तेजी से बढ़ा
अरहर और उड़द की फसल के रकबे में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, जो इन फसलों की बढ़ती मांग को दर्शाता है। इन फसलों के बढ़े हुए रकबे से उत्पादन बढ़ने और बाजार की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने की उम्मीद है।
कृषि उत्पादन पर प्रभाव
धान, अरहर और उड़द की फसल की बुआई बढ़ने से कृषि उत्पादन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है। रकबा और बुआई में यह वृद्धि उच्च उपज में योगदान करेगी, खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करेगी और घरेलू बाजार की मांगों को पूरा करेगी।
सरकारी पहल और समर्थन
सरकार फसल की पैदावार में सुधार और किसान उत्पादकता बढ़ाने के उद्देश्य से विभिन्न पहलों के माध्यम से कृषि क्षेत्र को सक्रिय रूप से समर्थन दे रही है। इन पहलों में उर्वरकों, कीटनाशकों और अन्य कृषि आदानों के लिए सब्सिडी प्रदान करना, साथ ही आधुनिक कृषि तकनीकों को बढ़ावा देना शामिल है।