कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के सूत्रों के मुताबिक, छत्तीसगढ़ सरकार ने धान के लिए 2,300 रुपये प्रति क्विंटल का समर्थन मूल्य घोषित किया है, जो पिछले साल की कीमत से 300 रुपये अधिक है.
समर्थन मूल्य में इस वृद्धि से किसानों को दोगुना लाभ मिलेगा, क्योंकि उन्हें न केवल अपनी उपज का अधिक दाम मिलेगा बल्कि इनपुट लागत में भी बचत होगी।
उच्च समर्थन मूल्य से उर्वरक, बीज और श्रम जैसे कृषि आदानों की बढ़ती लागत की भरपाई करने में मदद मिलेगी, जिससे किसान बेहतर आय अर्जित कर सकेंगे।
धान का समर्थन मूल्य बढ़ाने के राज्य सरकार के फैसले का उद्देश्य किसानों के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करना और उनकी समग्र आर्थिक स्थिति में सुधार करना है।
इस कदम से छत्तीसगढ़ में धान की खेती और उत्पादन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जो भारत का एक प्रमुख चावल उत्पादक राज्य है।
कुल मिलाकर, बढ़ा हुआ धान समर्थन मूल्य एक सकारात्मक कदम है जो छत्तीसगढ़ में कृषक समुदाय को बहुत आवश्यक वित्तीय राहत प्रदान करेगा और संभावित रूप से राज्य में उच्च कृषि उत्पादकता को बढ़ावा देगा।
धान का समर्थन मूल्य ₹2,300 निर्धारित होने से किसानों को दोहरा लाभ होगा
