कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के सूत्रों के मुताबिक, भारत सरकार मंगलवार को बहुप्रतीक्षित 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी शुरू करने के लिए तैयार है। इस नीलामी से सरकारी खजाने में लगभग ₹96,000 करोड़ जुटने की उम्मीद है।
नीलामी में 600 मेगाहर्ट्ज, 700 मेगाहर्ट्ज, 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज, 2300 मेगाहर्ट्ज, 2500 मेगाहर्ट्ज और 3300-3670 मेगाहर्ट्ज सहित कई फ्रीक्वेंसी बैंड में एयरवेव्स की बिक्री शामिल होगी। ये स्पेक्ट्रम बैंड देश भर में 5जी सेवाओं की तैनाती के लिए महत्वपूर्ण होंगे।
नीलामी में भागीदारी मजबूत होने की उम्मीद है, जिसमें रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया सहित सभी प्रमुख दूरसंचार ऑपरेटरों के सक्रिय बोलीदाता होने की संभावना है। सरकार ने तकनीकी दिग्गजों और उपग्रह संचार कंपनियों जैसे नए खिलाड़ियों को भी नीलामी में भाग लेने की अनुमति दी है।
5G स्पेक्ट्रम नीलामी के सफल समापन से भारत में हाई-स्पीड 5G सेवाओं के रोलआउट का मार्ग प्रशस्त होगा। इससे देश के डिजिटल परिवर्तन को बढ़ावा मिलने, स्मार्ट सिटी, टेलीमेडिसिन और उद्योग 4.0 जैसे क्षेत्रों में प्रगति होने की उम्मीद है।
सरकार को 5जी नीलामी से काफी उम्मीदें हैं, क्योंकि इसका लक्ष्य अगली पीढ़ी की वायरलेस तकनीक की तैनाती में भारत को वैश्विक नेता के रूप में स्थापित करना है। नीलामी से प्राप्त धनराशि सरकार को आवश्यक राजस्व भी प्रदान करेगी, जो वित्तीय बाधाओं से जूझ रही है।
कुल मिलाकर, 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी अधिक कनेक्टेड और तकनीकी रूप से उन्नत भविष्य की दिशा में भारत की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। नीलामी के सफल समापन और उसके बाद 5जी सेवाओं के शुरू होने से देश के आर्थिक और सामाजिक विकास पर दूरगामी प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।
भारत सरकार आज ₹96,000 करोड़ की 5G स्पेक्ट्रम नीलामी शुरू करने के लिए तैयार है
