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Wednesday, June 25, 2025

विशेषज्ञों का सुझाव है कि जिन उम्मीदवारों ने यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में 95 या अधिक अंक प्राप्त किए हैं, उन्हें अपना ध्यान मुख्य परीक्षा की तैयारी पर केंद्रित करना चाहिए, क्योंकि प्रारंभिक परीक्षा का पेपर अपेक्षाकृत आसान माना जाता था।

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कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के सूत्रों के मुताबिक, 16 जून 2024 को आयोजित यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा का विशेषज्ञों द्वारा विश्लेषण किया गया है, जिन्होंने इसे कठिनाई के मामले में “आसान से मध्यम” के रूप में वर्गीकृत किया है। यह मूल्यांकन प्रश्न पत्र और उम्मीदवारों के प्रदर्शन पर आधारित है। परीक्षा में दो पेपर शामिल थे: सामान्य अध्ययन (जीएस) और सिविल सेवा एप्टीट्यूड टेस्ट (सीएसएटी)।
यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2024 विश्लेषण
जीएस पेपर 1
राजनीति और शासन: प्रश्न मध्यम से लेकर कठिन तक थे, जिनमें मौलिक अवधारणाओं और वर्तमान विकास के मिश्रण की आवश्यकता थी।
अर्थव्यवस्था: आर्थिक सिद्धांतों, नीतियों और हाल के आर्थिक मुद्दों पर प्रश्नों के साथ यह खंड विशेष रूप से कठिन था।
इतिहास: इतिहास अनुभाग में मध्यम कठिनाई स्तर के साथ प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक काल के प्रश्न शामिल थे।
भूगोल: यह खंड मध्यम कठिनाई वाला था, जिसमें भौतिक और मानव भूगोल के प्रश्नों का संतुलित मिश्रण था।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी: हाल की तकनीकी प्रगति और उनके अनुप्रयोगों पर ध्यान केंद्रित करते हुए प्रश्न मध्यम से कठिन थे।
पर्यावरण: पर्यावरण पारिस्थितिकी, जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन पर प्रश्नों के साथ यह खंड कठिन था।
करेंट अफेयर्स: प्रश्न मध्यम से लेकर कठिन तक थे, जिनमें पिछले वर्ष की विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय घटनाओं, नीतियों और सरकारी योजनाओं को शामिल किया गया था।
यूपीएससी प्रीलिम्स 2024 कट-ऑफ मार्क्स
सामान्य श्रेणी: 95 +/- 3 अंक
ओबीसी श्रेणी: 92 +/- 3 अंक
एससी श्रेणी: 83 +/- 3 अंक
एसटी श्रेणी: 77 +/- 3 अंक
यूपीएससी प्रीलिम्स 2024 रणनीति
समग्र तैयारी: स्थिर विषयों और समसामयिक मामलों को शामिल करते हुए एक एकीकृत तैयारी रणनीति पर ध्यान केंद्रित करें।
वैचारिक स्पष्टता: सभी विषयों में बुनियादी अवधारणाओं में एक मजबूत आधार विकसित करें।
नियमित पुनरीक्षण: महत्वपूर्ण विषयों और वर्तमान घटनाओं का लगातार पुनरीक्षण महत्वपूर्ण है।
मॉक टेस्ट: परीक्षा का स्वभाव और समय प्रबंधन कौशल विकसित करने के लिए मॉक टेस्ट और पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों का नियमित अभ्यास करें।
दृढ़ता और निरंतरता: दृढ़ता और निरंतरता यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में अच्छे प्रदर्शन की कुंजी है।
सही मार्गदर्शन: इस तरह की गतिशील और लगातार विकसित होने वाली परीक्षा को पास करने के लिए सही दिशा में किए गए स्मार्ट काम की आवश्यकता होती है। बदले में, इसके लिए सही मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है ताकि आपकी कड़ी मेहनत को स्मार्ट वर्क में बदला जा सके।
निष्कर्ष
यूपीएससी प्रीलिम्स 2024 एक पूर्ण और चुनौतीपूर्ण परीक्षा थी, जिसमें विभिन्न विषयों पर उम्मीदवारों का परीक्षण किया गया था। प्रश्नों की संतुलित प्रकृति ने सुनिश्चित किया कि उम्मीदवारों को विषयों की व्यापक समझ के साथ-साथ समसामयिक घटनाओं के बारे में गहरी जागरूकता की आवश्यकता है। अब जब यूपीएससी सीएसई 2024 का पहला चरण समाप्त हो गया है, तो सभी उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे प्रारंभिक परीक्षा 2024 में अपने अच्छे या बुरे प्रदर्शन की परवाह किए बिना अपनी मुख्य तैयारी जारी रखें।

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