कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के सूत्रों के मुताबिक, 6 जून, 2024 को भारतीय इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना ऑपरेशन ब्लू स्टार की सालगिरह पर अमृतसर के स्वर्ण मंदिर परिसर में विरोध प्रदर्शन और नारे लगाए गए। 1984 में भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ऑपरेशन में सैकड़ों सिख तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और पवित्र सिख मंदिर अकाल तख्त को नष्ट कर दिया गया।
प्रमुख बिंदु:
ऑपरेशन ब्लू स्टार 1984 में भारतीय सेना द्वारा चलाया गया एक सैन्य अभियान था।
ऑपरेशन के परिणामस्वरूप सैकड़ों सिख तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और अकाल तख्त नष्ट हो गया।
ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर अमृतसर के स्वर्ण मंदिर परिसर में विरोध प्रदर्शन और नारे लगाए गए।
यह घटना भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण है, कई लोग इसे देश के अतीत का एक काला अध्याय मानते हैं।
प्रसंग:
ऑपरेशन ब्लू स्टार जून 1984 में भारतीय सेना द्वारा चलाया गया एक सैन्य अभियान था। इस ऑपरेशन का उद्देश्य स्वर्ण मंदिर परिसर पर कब्जा करना था, जिस पर सिख अलगाववादियों का कब्जा था। ऑपरेशन के परिणामस्वरूप सैकड़ों सिख तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और पवित्र सिख मंदिर अकाल तख्त को नष्ट कर दिया गया।
प्रभाव:
ऑपरेशन ब्लू स्टार की सालगिरह भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण है, कई लोग इसे देश के अतीत का एक काला अध्याय मानते हैं। इस कार्यक्रम को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर परिसर में विरोध प्रदर्शनों और नारों के साथ चिह्नित किया गया है, जिसमें कई लोगों ने ऑपरेशन के पीड़ितों के लिए न्याय और मुआवजे की मांग की है।
निष्कर्ष:
ऑपरेशन ब्लू स्टार की सालगिरह भारतीय इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाओं की याद दिलाती है। वह ऑपरेशन, जिसके परिणामस्वरूप सैकड़ों सिख तीर्थयात्रियों की मौत हुई और अकाल तख्त का विनाश हुआ, देश के अतीत की एक दर्दनाक याद दिलाता है। इस घटना को विरोध प्रदर्शनों और नारों के साथ चिह्नित किया जा रहा है, जिसमें कई लोग ऑपरेशन के पीड़ितों के लिए न्याय और मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
ऑपरेशन ब्लू स्टार की सालगिरह: अमृतसर के स्वर्ण मंदिर परिसर में नारे लगाए गए
