कॉइन न्यूज मीडिया ग्रुप टीम के अनुसार, वट सावित्री व्रत महिलाओं द्वारा भगवान शिव और देवी पार्वती का आशीर्वाद पाने के लिए मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है। यह त्यौहार अपने पतियों की भलाई और दीर्घायु सुनिश्चित करने के लिए मनाया जाता है। वट सावित्री व्रत के दौरान पालन करने योग्य आवश्यक नियम यहां दिए गए हैं:
वट सावित्री व्रत के दौरान क्या खाएं?
उपवास: महिलाओं को दिन में केवल पानी और फल खाकर उपवास करना चाहिए।
भोजन प्रसाद: फल, फूल और अन्य शाकाहारी वस्तुओं का प्रसाद स्वीकार्य है।
मांसाहारी भोजन से बचें: मांसाहारी भोजन और पेय का सेवन करने से बचें।
मसालेदार और खट्टे भोजन से बचें: मसालेदार और खट्टे खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें।
वट सावित्री व्रत के दौरान क्या नहीं खाना चाहिए?
प्याज और लहसुन से बचें: व्रत के दौरान प्याज और लहसुन का सेवन न करें।
सफेद नमक से बचें: भोजन की तैयारी में सफेद नमक का उपयोग करने से बचें।
मांस और मछली से बचें: मांस और मछली का सेवन करने से बचें।
पूजा और आराधना
रात में पूजा: रात में पूजा करें, बेहतर होगा कि रात 8 बजे से 12 बजे के बीच।
फूल और फल से करें पूजा: भगवान शिव और माता पार्वती को फूल और फल चढ़ाएं।
मंत्रों का जाप करें: पूजा के दौरान “ओम नमः शिवाय” और “ओम सवित्रये नमः” जैसे मंत्रों का जाप करें।
अतिरिक्त सुझाव
सादे कपड़े पहनें: पूजा के दौरान सादे, सफेद कपड़े पहनें।
सजावट से बचें: पूजा के दौरान गहने और अन्य सजावट पहनने से बचें।
पवित्रता बनाए रखें: पूरे दिन व्यक्तिगत स्वच्छता और पवित्रता बनाए रखें।
इन नियमों और दिशानिर्देशों का पालन करके, महिलाएं अपने पतियों की भलाई और दीर्घायु के लिए भगवान शिव और देवी पार्वती का आशीर्वाद मांगते हुए एक सफल और पूर्ण वट सावित्री व्रत सुनिश्चित कर सकती हैं।
वट सावित्री व्रत: वट सावित्री व्रत के दौरान इन नियमों का पालन करें, जानें क्या खाएं और क्या नहीं
