कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के सूत्रों के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में एक बड़े मछली पालन घोटाले का खुलासा हुआ है, जिसमें बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी और मछली पालन परियोजनाओं के लिए आवंटित धन का कुप्रबंधन शामिल है। अधिकारियों द्वारा गहन जांच के बाद इस घोटाले का पर्दाफाश हुआ, जिसमें पाया गया कि परियोजनाओं के लिए आवंटित धन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा शामिल व्यक्तियों द्वारा दुरुपयोग किया गया था।
मुख्य विवरण:
मछली पालन परियोजनाएँ: मछली पालन परियोजनाएँ स्थायी मछली पकड़ने की प्रथाओं को बढ़ावा देने और स्थानीय मछुआरों की आजीविका में सुधार के लिए शुरू की गईं।
कपटपूर्ण गतिविधियाँ: जाँच से पता चला कि परियोजनाओं के लिए आवंटित धन का शामिल व्यक्तियों द्वारा दुरुपयोग किया गया, जिन्होंने व्यक्तिगत लाभ के लिए धन का उपयोग किया।
जांच और गिरफ्तारियां: अधिकारियों ने गहन जांच की और घोटाले में शामिल कई व्यक्तियों को गिरफ्तार किया।
आरोप और सजा: गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं।
स्थानीय मछली पकड़ने वाले समुदाय पर प्रभाव: इस घोटाले से न केवल वित्तीय नुकसान हुआ है, बल्कि स्थानीय मछली पकड़ने वाले समुदाय की प्रतिष्ठा को भी नुकसान पहुंचा है, जो टिकाऊ मछली पकड़ने की प्रथाओं पर बहुत अधिक निर्भर करता है।
अधिकारियों ने घोटाले के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है और ऐसी परियोजनाओं के लिए धन के आवंटन और प्रबंधन में पारदर्शिता और जवाबदेही की आवश्यकता पर जोर दिया है।
छत्तीसगढ़ में मछली पालन घोटाला: बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी का खुलासा।
