कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के सूत्रों के अनुसार, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह इन दिनों छत्तीसगढ़ दौरे पर है। बीते दिन गृह मंत्री अमित शाह नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के गुण्डम गांव में पहुंचे। यहां गृह मंत्री शाह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ महुआ पेड़ के नीचे चौपाल लगाई। इस चौपाल में उन्होंने ग्रामीणों के साथ खुलकर कई मुद्दों पर बात की। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल केंद्र और राज्य सरकार ने 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद खत्म करने का लक्ष्य रखा है। इसी पहल का रिजल्ट है कि आज नक्सलवाद का दायरा में सिमट कर रह गया है।
नक्सलवाद के डर से ग्रामीणों को मिलेगी मुक्ति
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि इस पहल के तहत नक्सलवाद आतंक के डर से ग्रामीणों को जल्द मुक्त किया जाएगा, इसकी शुरुआत हो गई है। बस्तर के अलग-अलग परसुरक्षा कैम्प स्थापित किए गए है। धीरे-धीरे बस्तर अंचल में अमन और शांति का वातावरण बन रहा है। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों को ज्यादा से ज्यादा योजनाओं से जुड़ कर विकास की मुख्यधारा में शामिल होने के लिए कहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बच्चों को स्कूल जरुर भेजे। शिक्षा के जरिए ही अलग-अलग समस्याओं के समाधान निकलेंगे।
‘झाड़-फूंक के भरोसे न रहें’
इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह ने ग्रामीणों से कहा कि गुंडम के पास लगाए गए कैम्प में अस्पताल जैसी सुविधा है। यहां लोगों का इलाज फ्री में होता है। इसके साथ ही उन्होंने ग्रामीणों से झाड़-फूंक के भरोसे न रहने के लिए कहा है। साथ ही उन्होंने ग्रामीणों को कई अलग-अलग सरकारी जनकल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराया है।
इसके अलावा अमित शाह ने अमर वाटिका में नक्सली हमले में शहीद जवानों और नक्सली हिंसा से पीड़ित नागरिकों के परिजनों से मुलाकात की है। उन्होंने कहा कि एक लम्बी और वेदनापूर्ण लड़ाई में आपने अपने परिजनों को खोया है, इस दर्द को कम नहीं किया जा सकता है। केंद्र और राज्य सरकार आपके साथ है।