कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्तार हो रहा है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के 21 दिन पहले नतीजे आ गए थे। उसके बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा, शिवसेना और एनसीपी के बीच लंबी बातचीत चली थी।
5 दिसंबर को देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। 10 दिन बाद उनकी टीम भी बन गई है। शपथ ग्रहण समारोह नागपुर विधान भवन में हुआ।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने ली सबसे पहले शपथ
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बावनकुले ने सबसे पहले मंत्रिपद की शपथ ली। उनके साथ वरिष्ठ नेता राधाकृष्ण पाटिल ने भी शपथ ली। उनके पास 6 मुख्यमंत्रियों के साथ काम करने का लंबा अनुभव है।
मुंडे परिवार के दो सदस्यों ने ली शपथ
पंकजा मुंडे और उनके चचेरे भाई धनंजय मुंडे ने मंत्री पद की शपथ ली है। पंकजा मुंडे भाजपा की वरिष्ठ नेत्री हैं। वह विधान परिषद की सदस्य हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में बीड सीट से हार गई थीं। इसमें सबसे दिलचस्प बात यह है कि वह 2019 का विधानसभा चुनाव अपने भाई धनंजय मुंडे से परली सीट से हार गई थीं। धनजंय मुंडे एनसीपी (अजीत पवार) के नेता हैं।
नागपुर में 33 साल बाद कैबिनेट विस्तार की शपथ
नागपुर महाराष्ट्र की उप-राजधानी है। 33 साल बाद नागपुर के विधान भवन में कैबिनेट विस्तार का शपथ ग्रहण समारोह हो रहा है। इससे पहले यह 21 दिसंबर 1991 को हुआ था। उस समय कांग्रेस के मुख्यमंत्री सुधाकरराव नाइक का मंत्रिमंडल विस्तार हुआ था।
ढाई साल का होगा मंत्रियों का कार्यकाल
एनसीपी प्रमुख अजीत पवार ने शपथग्रहण समारोह से पहले जानकारी दी कि महायुति सरकार सभी लोगों को मौका देने में विश्वास रखती है। ऐसे में आज शपथ लेने वाले चेहरे सिर्फ ढाई साल के लिए मंत्री पद रहेंगे। उसके बाद नए लोगों को मैदान में उतारा जाएगा।