कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के सूत्रों के अनुसार, जशपुर में किसानों के लिए एक स्वागत योग्य विकास, टीएयू (हल्दी, अरहर और उड़द) उत्पादक किसानों की फसल बिक्री से लगभग 12 करोड़ रुपये की आय होने की उम्मीद है। आंकड़ों का अनुमान स्थानीय मंडी में टीएयू फसलों की हालिया बिक्री के आधार पर लगाया गया है।
सूत्रों के अनुसार, टीएयू फसलें उम्मीद से अधिक कीमत पर बेची गईं, जिसमें हल्दी की औसत कीमत 1,500 रुपये प्रति क्विंटल, अरहर की 2,500 रुपये प्रति क्विंटल और उड़द की औसत कीमत 3,000 रुपये प्रति क्विंटल थी। फसल की बिक्री से न केवल किसानों को राहत मिली है बल्कि उनका मनोबल भी बढ़ा है।
टीएयू फसलों की सफल बिक्री का श्रेय स्थानीय कृषि विभाग के प्रयासों को दिया जाता है, जो इन फसलों के उत्पादन और बिक्री को बढ़ावा देने के लिए अथक प्रयास कर रहा है। जशपुर के जिला कृषि अधिकारी [नाम] ने कहा, “हम अपने किसानों की सफलता देखकर रोमांचित हैं।” “हम उन्हें आवश्यक समर्थन और मार्गदर्शन प्रदान करना जारी रखेंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे भविष्य में और भी बेहतर परिणाम प्राप्त करें।”
टीएयू फसलों की बिक्री से उत्पन्न राजस्व से न केवल किसानों को लाभ होगा बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी योगदान मिलेगा। जशपुर के जिला कलेक्टर ने कहा, “फसल बिक्री से अर्जित धन को जिले में विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं में निवेश किया जाएगा।”
टीएयू फसल पैदा करने वाले किसान कृषि विभाग से मिले समर्थन के लिए आभारी हैं। एक किसान ने कहा, “हम उनके मार्गदर्शन और समर्थन के लिए विभाग के आभारी हैं।” “हम भविष्य की फ़सलों की प्रतीक्षा कर रहे हैं और और भी बेहतर परिणाम प्राप्त करने की आशा करते हैं।”