कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के सूत्रों के अनुसार, जैसे-जैसे छत्तीसगढ़ में सर्दी बढ़ रही है, निवासी तीव्र शीत लहर का सामना कर रहे हैं, हाल के दिनों में तापमान में 5 डिग्री की गिरावट आई है। मौसम संबंधी रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि ठंड की स्थिति बनी रहने की उम्मीद है, जिससे पूरे क्षेत्र में पारे के स्तर में लगातार गिरावट होगी।
तापमान में अचानक गिरावट ने जनता, विशेष रूप से बुजुर्गों और बच्चों जैसी कमजोर आबादी के बीच चिंता पैदा कर दी है। स्थानीय अधिकारी निवासियों को इस कड़ाके की ठंड के दौरान गर्म और सुरक्षित रहने के लिए आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं।
मौसम विशेषज्ञ भीषण ठंड का कारण कई कारकों को मानते हैं, जिनमें बदलते वायुमंडलीय पैटर्न और साफ आसमान शामिल हैं, जो रात भर में गर्मी को दूर कर देते हैं। वर्तमान पूर्वानुमान से पता चलता है कि आने वाले दिनों में ठंड काफी रहेगी, जिससे सतर्कता बढ़ा दी गई है।
गिरते तापमान के जवाब में, सामुदायिक संगठनों ने गर्म कपड़े और कंबल वितरित करने सहित जरूरतमंद लोगों को सहायता प्रदान करने के प्रयास तेज कर दिए हैं। स्वास्थ्य अधिकारी भी तैयार हैं और ठंड से संबंधित बीमारियों को रोकने के लिए मार्गदर्शन दे रहे हैं।