कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के सूत्रों के अनुसार, एक चौंकाने वाले खुलासे में, रायपुर में ₹7.50 करोड़ की बड़े पैमाने पर शेयर ट्रेडिंग धोखाधड़ी सामने आई है, जिससे कई निवेशक संकट में हैं। इस घोटाले में शेयर ट्रेडिंग की आड़ में धोखाधड़ी वाली गतिविधियां शामिल थीं, जिसके कारण अधिकारियों को मामले की जांच शुरू करनी पड़ी।
घोटाले के पीड़ितों ने बताया कि उन्हें वैध निवेश सलाहकार के रूप में प्रस्तुत करने वाले व्यक्तियों द्वारा उच्च रिटर्न के वादे का लालच दिया गया था। कई लोगों ने बड़ी रकम का निवेश किया, लेकिन बाद में उन्हें एहसास हुआ कि उनके धन का दुरुपयोग किया गया है। जैसे ही खबर सामने आई, प्रभावित निवेशक अपने अनुभव साझा करने और कानून प्रवर्तन से सहायता मांगने के लिए एकत्र हुए।
रिपोर्टों के अनुसार, यह योजना फर्जी लेनदेन और लाभप्रदता के अतिरंजित दावों के माध्यम से शेयर बाजार में हेरफेर करके संचालित होती थी। धोखाधड़ी के पीछे के लोग निवेश करने के बाद गायब हो गए, जिससे निवेशकों को अपने नुकसान के लिए कोई सहारा नहीं मिला।
स्थानीय पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है और अपराधियों के बारे में जानकारी रखने वाले किसी भी व्यक्ति से आगे आने की अपील की है। आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) भी जांच में शामिल है, जिसका उद्देश्य दोषियों का पता लगाना और खोए हुए धन की वसूली करना है।
अधिकारियों ने जनता से शेयर बाजारों में निवेश करते समय सावधानी बरतने और अज्ञात सलाहकारों या निवेश फर्मों से जुड़ने से पहले गहन शोध करने का आग्रह किया है। यह घटना निवेश प्रथाओं में कमजोरियों और सतर्क वित्तीय निर्णय लेने के महत्व की याद दिलाती है।