कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के मुताबिक,
दिनांक: 2 दिसंबर, 2024
महीना: हिंदू कैलेंडर में मार्गशीर्ष (अग्रहायण)।
महत्व: मार्गशीर्ष एक आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण महीना है, जो भगवान कृष्ण के अनुष्ठानों और आशीर्वाद से जुड़ा है।
पंचांग विवरण:
विक्रम संवत: 2081
शक संवत: 1946
तिथि: शुक्ल पक्ष प्रतिपदा (1 दिसंबर, सुबह 11:51 बजे से 2 दिसंबर, दोपहर 12:43 बजे तक)
नक्षत्र: ज्येष्ठा (2 दिसंबर, 3:45 अपराह्न तक) उसके बाद मूल में परिवर्तन।
राहु काल:
समय: प्रातः 8:16 – प्रातः 9:36
नए उद्यम या अनुष्ठान शुरू करने के लिए अशुभ।
अन्य शुभ समय:
यमगंडा: सुबह 10:56 बजे – दोपहर 12:16 बजे
गुलिका: दोपहर 1:36 बजे – दोपहर 2:56 बजे
दुर्मुहूर्त:
पहला स्लॉट: दोपहर 12:37 बजे – दोपहर 1:20 बजे
दूसरा स्लॉट: दोपहर 2:45 बजे – दोपहर 3:28 बजे
अमृत काल: सुबह 6:26 बजे से सुबह 8:08 बजे तक
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 5:20 – सुबह 6:08 बजे तक
सूर्य और चंद्रमा का विवरण:
सूर्योदय: प्रातः 6:56 बजे
सूर्यास्त: शाम 5:36 बजे
चंद्रोदय: 2 दिसंबर, सुबह 7:48 बजे
चंद्रास्त: 2 दिसंबर, शाम 6:25 बजे
चंद्रबलम (चंद्रमा की स्थिति):
वृषभ, मिथुन, कन्या, वृश्चिक, मकर, कुंभ जैसी राशियों के लिए 2 दिसंबर दोपहर 3:45 बजे तक अच्छा है।
ताराबलम (स्टार स्थिति):
अश्विनी, भरणी, रोहिणी और अन्य सहित विभिन्न नक्षत्रों के लिए 2 दिसंबर तक अच्छा है।
आज का पंचांग
