कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के मुताबिक,
दिनांक: 21 नवंबर, 2024 (गुरुवार)
तिथि: मार्गशीर्ष मास, कृष्ण पक्ष, षष्ठी शाम 4:56 बजे तक
महत्व: भगवान विष्णु और गुरु बृहस्पति की पूजा के लिए समर्पित दिन; ऐसा माना जाता है कि यह धन, खुशी और शुभता लाता है।
पंचांग विवरण:
ऋतु: शरद
चंद्र राशि: कर्क
सूर्योदय और सूर्यास्त:
सूर्योदय: प्रातः 6:45 बजे
सूर्यास्त: शाम 5:27 बजे
चंद्रोदय: रात्रि 10:39 बजे
चन्द्रास्त: प्रातः 11:48 बजे
शुभ समय (शुभ मुहूर्त):
गुरु पुष्य योग: सुबह 6:49 बजे से दोपहर 3:35 बजे तक
अमृत सिद्धि योग: सुबह 6:49 बजे से दोपहर 3:35 बजे तक
सर्वार्थ सिद्धि योग: सुबह 6:49 बजे से दोपहर 3:35 बजे तक
ब्रह्म मुहूर्त: प्रातः 5:02 – प्रातः 5:55
विजय मुहूर्त: दोपहर 1:53 बजे से दोपहर 2:35 बजे तक
घोधुली मुहूर्त: शाम 5:25 बजे – शाम 5:52 बजे तक
निशिता मुहूर्त: रात्रि 11:41 – 12:34 पूर्वाह्न
अशुभ समय (Ashubh Samay):
राहु काल: दोपहर 1:34 बजे से दोपहर 2:52 बजे तक
गुलिका काल: सुबह 9:34 बजे से सुबह 10:52 बजे तक
दिशा शूल: दक्षिण
अनुकूल नक्षत्र:
अश्विनी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, मघा, उत्तराफाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूला, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवती।
अनुकूल चंद्र राशियाँ:
वृषभ, कर्क, कन्या, तुला, मकर, कुंभ।
आज का पंचांग
