कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के मुताबिक, तारीख: 17 नवंबर 2024 (रविवार)
हिंदू कैलेंडर:
विक्रम संवत: 2081
शक संवत: 1946
महीना: कार्तिक (सौर)
इस्लामी तारीख: 14 जुमादा अल-अव्वल 1446
तिथि (चंद्र दिवस):
कृष्ण पक्ष द्वितीया: 16 नवंबर, रात 11:50 बजे से 17 नवंबर, रात 09:06 बजे तक
कृष्ण पक्ष तृतीया: 17 नवंबर, रात 09:06 बजे से 18 नवंबर, शाम 06:56 बजे तक
नक्षत्र (चंद्र हवेली):
रोहिणी: 16 नवंबर, शाम 07:28 बजे से 17 नवंबर, शाम 05:22 बजे तक
मृगशीर्ष: 17 नवंबर, शाम 05:22 बजे से 18 नवंबर, शाम 03:49 बजे तक
करण:
तैतिला: 16 नवंबर, रात 11:50 बजे से 17 नवंबर, सुबह 10:25 बजे तक
गर: 17 नवंबर, सुबह 10:25 बजे से 17 नवंबर, रात 09:06 बजे तक
वणिज: 17 नवंबर, रात 09:06 बजे से 18 नवंबर, सुबह 07:56 बजे तक
योग:
शिव योग: 16 नवंबर, रात 11:47 बजे से 17 नवंबर, रात 08:21 बजे तक
सिद्ध योग: 17 नवंबर, शाम 08:21 बजे से 18 नवंबर, शाम 05:21 बजे तक
सूर्योदय:
समय: प्रातः 06:45 बजे
सूर्यास्त:
समय: शाम 05:27 बजे
चंद्रोदय:
समय: शाम 06:33 बजे
चन्द्रास्त:
समय: प्रातः 08:18 बजे
शुभ समय (शुभ मुहूर्त):
ब्रह्म मुहूर्त: प्रातः 04:59 बजे से प्रातः 05:52 बजे तक
प्रातः संध्या: प्रातः 05:26 बजे से सूर्योदय तक
अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:45 बजे से दोपहर 12:27 बजे तक
विजय मुहूर्त: दोपहर 01:53 बजे से दोपहर 02:36 बजे तक
गोधूलि मुहूर्त: सूर्यास्त से सूर्यास्त के लगभग एक घंटे बाद तक
सायाह्न संध्या (शाम): सूर्यास्त से सूर्यास्त के लगभग एक घंटे बाद तक
अमृत काल (आध्यात्मिक अभ्यास के लिए शुभ समय): लगभग मध्याह्न से
निशिता मुहूर्त (आधी रात): लगभग देर रात से अगले दिन की सुबह तक
द्विपुष्कर योग (अनुष्ठान के लिए शुभ): दोपहर से शाम तक
अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त):
राहु काल (नए उद्यम शुरू करने से बचें): लगभग दोपहर से शाम तक
आज का पंचांग
