कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के सूत्रों के अनुसार, आईआईटी भिलाई के शोधकर्ताओं ने मोबाइल टावरों से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए डिजाइन की गई एक अभूतपूर्व तकनीक का अनावरण किया है। इस अभिनव समाधान का उद्देश्य संचार विश्वसनीयता को बढ़ाना और मोबाइल सेवाओं में व्यवधान को कम करना है।
नई प्रणाली वास्तविक समय में मोबाइल टावरों के साथ समस्याओं का पता लगाने के लिए उन्नत निगरानी तकनीकों का उपयोग करती है। परिष्कृत एल्गोरिदम को नियोजित करके, प्रौद्योगिकी दोषों और खराबी की पहचान कर सकती है, जिससे त्वरित रखरखाव और मरम्मत की अनुमति मिलती है। इस सक्रिय दृष्टिकोण से डाउनटाइम में उल्लेखनीय रूप से कमी आने और उपयोगकर्ताओं के लिए समग्र सेवा गुणवत्ता में सुधार होने की उम्मीद है।
आईआईटी भिलाई के अधिकारियों ने इस बात पर प्रकाश डाला कि रोजमर्रा की जिंदगी में मोबाइल कनेक्टिविटी पर बढ़ती निर्भरता को देखते हुए यह विकास विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। जैसे-जैसे मोबाइल नेटवर्क का विस्तार हो रहा है, उनकी विश्वसनीयता सुनिश्चित करना सर्वोपरि हो जाता है, खासकर दूरदराज के इलाकों में जहां सेवा में रुकावट का काफी असर हो सकता है।
शोध टीम आशावादी है कि इस तकनीक से न केवल दूरसंचार ऑपरेटरों को लाभ होगा बल्कि निर्बाध सेवा प्रदान करके उपयोगकर्ता अनुभव भी बढ़ेगा। विभिन्न क्षेत्रों में इस समाधान के व्यावहारिक कार्यान्वयन के लिए उद्योग भागीदारों के साथ सहयोग करने की योजना पर काम चल रहा है।
आईआईटी भिलाई ने मोबाइल टावर मुद्दों के लिए नवीन प्रौद्योगिकी विकसित की
