कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के सूत्रों के अनुसार, सीखने का अनुकूल माहौल बनाने के लिए अपनी स्टडी टेबल रखने के लिए यहां कुछ प्रमुख दिशानिर्देश दिए गए हैं:
सामग्री के मामले: यदि आपकी अध्ययन मेज लकड़ी से बनी है, तो इसे आदर्श रूप से पूर्व दिशा में रखा जाना चाहिए। इसके विपरीत, यदि यह धातु से बना है, तो पश्चिम दिशा की सिफारिश की जाती है।
पानी का स्थान: अध्ययन कक्ष में पानी उत्तर दिशा में रखने की सलाह दी जाती है। ऐसा माना जाता है कि यह व्यवस्था भय को कम करने और अध्ययन के लिए एक शांत वातावरण को बढ़ावा देने में मदद करती है।
प्रेरणादायक सजावट: अध्ययन कक्ष को सकारात्मक कल्पना से सजाएँ। छात्रों को प्रेरित और प्रेरित करने के लिए शिक्षा से संबंधित चार्ट, सफल व्यक्तियों की तस्वीरें, उगते सूरज की तस्वीरें, सरपट दौड़ते घोड़े, पौधे या चहचहाते पक्षियों की तस्वीरें टांगने पर विचार करें।
सरस्वती का आशीर्वाद: स्टडी टेबल पर देवी सरस्वती की तस्वीर रखना जरूरी है। ऐसा माना जाता है कि यह अभ्यास स्मृति बनाए रखने और भूलने की बीमारी को रोकने में सहायता करता है।
अध्ययन की दिशा: अध्ययन मेज इस प्रकार उन्मुख होनी चाहिए कि पढ़ते समय छात्र का मुख पूर्व या पश्चिम की ओर हो। यदि ये दिशाएं संभव न हों तो उत्तर दिशा की ओर मुख करना भी लाभकारी हो सकता है। इसके अतिरिक्त, उत्तर-पूर्व की ओर मुख करके अध्ययन करना एक और अनुकूल विकल्प है।
शांतिपूर्ण पौधे: अध्ययन कक्ष में तितली के पौधे, चीनी सदाबहार, मकड़ी के पौधे, या सुनहरे पोथोस जैसे सुखदायक पौधों को शामिल करने से ध्यान केंद्रित किया जा सकता है और एक शांत वातावरण बनाया जा सकता है।
इष्टतम स्टडी टेबल प्लेसमेंट के लिए वास्तु टिप्स
