कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के सूत्रों के मुताबिक,1991 के लोकसभा चुनावों के दौरान, राजीव गांधी ने हरियाणा के वरिष्ठ कांग्रेस नेता बीरेंद्र सिंह से वादा किया था कि यदि कांग्रेस को चुनाव में बहुमत मिलता है, तो वे उन्हें हरियाणा का मुख्यमंत्री बनाएंगे। यह उस समय की महत्वपूर्ण राजनीतिक चर्चा थी, और बीरेंद्र सिंह को विश्वास था कि वे राज्य का नेतृत्व करेंगे।हालांकि, चुनाव परिणाम आने से दो दिन पहले, 21 मई 1991 को राजीव गांधी की हत्या हो गई। इस दुखद घटना के बाद कांग्रेस पार्टी में नेतृत्व की बागडोर पी.वी. नरसिम्हा राव ने संभाली, जो भजनलाल के करीबी माने जाते थे। इसके चलते, चुनावों में कांग्रेस की जीत के बाद, हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में बीरेंद्र सिंह की बजाय भजनलाल को नियुक्त कर दिया गया। यह घटनाक्रम हरियाणा की राजनीति में एक बड़ा मोड़ साबित हुआ, जहां बीरेंद्र सिंह की उम्मीदों पर पानी फिर गया और भजनलाल को मुख्यमंत्री पद मिल गया। राजीव गांधी की हत्या ने न केवल कांग्रेस पार्टी में शक्ति संतुलन बदला, बल्कि राजनीतिक दिशा भी बदल दी।
राजीव बोले- ‘बीरेंद्र सिंह, बहुमत मिला तो तुम मुख्यमंत्री’ रिजल्ट से 2 दिन पहले राजीव की हत्या, नरसिम्हा राव के करीबी भजनलाल CM बन गए
