कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के सूत्रों के अनुसार, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) के शोधकर्ताओं ने ग्लूकोज के स्तर को मापने के लिए मूत्र-आधारित परीक्षण पट्टी विकसित की है, जिससे लोगों के लिए बिना किसी आवश्यकता के अपने शर्करा के स्तर की निगरानी करना आसान हो गया है। रक्त परीक्षण। रसायन विज्ञान विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. कफील अहमद सिद्दीकी और शोधकर्ता विभव शुक्ला ने यह इनोवेटिव टेस्ट स्ट्रिप बनाई है, जो मूत्र के नमूनों में शर्करा के स्तर का पता लगा सकती है। इस सफलता का उद्देश्य रक्त परीक्षण से जुड़े डर को कम करना है, विशेष रूप से ग्रामीण आबादी के बीच, जो मानते हैं कि रक्त की एक बूंद बनने में एक साल लगता है, जिससे वे चीनी परीक्षण के लिए रक्त परीक्षण कराने से झिझकते हैं। लक्ष्य इन परीक्षण स्ट्रिप्स को गर्भावस्था परीक्षण स्ट्रिप्स के समान किफायती और व्यापक रूप से उपलब्ध बनाना है, जिससे लोग इंजेक्शन या रक्त परीक्षण के बिना घर पर ही अपने शर्करा के स्तर की सटीक जांच कर सकें।