कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के सूत्रों के मुताबिक, संयुक्त राज्य अमेरिका ने स्पष्ट किया है कि उसकी गुप्त परमाणु रणनीति किसी विशेष राष्ट्र या विशिष्ट खतरे के लिए निर्देशित नहीं है। यह बयान अमेरिकी परमाणु रुख और वैश्विक सुरक्षा पर इसके प्रभाव के बारे में चल रही चर्चा के बीच आया है।
अमेरिकी अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि परमाणु रणनीति अलग-अलग देशों को लक्षित करने के बजाय संभावित खतरों को रोकने के लिए बनाई गई है। फोकस एक विश्वसनीय निवारक क्षमता बनाए रखने पर है जो उभरती सुरक्षा चुनौतियों के अनुकूल हो सके।
यह रणनीति राष्ट्रीय हितों की रक्षा और सहयोगियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में परमाणु निरोध के महत्व को रेखांकित करती है। यह एक स्थिर और सुरक्षित अंतरराष्ट्रीय वातावरण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जहां परमाणु हथियारों के उपयोग को अंतिम उपाय के रूप में देखा जाता है।
सामूहिक सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए अमेरिका सहयोगियों और साझेदारों के साथ बातचीत में लगा हुआ है। इस दृष्टिकोण का उद्देश्य साझा सुरक्षा चिंताओं को दूर करने में राष्ट्रों के बीच सहयोग और समन्वय बढ़ाना है।
कुल मिलाकर, अमेरिकी परमाणु रणनीति की विशेषता इसके लचीलेपन और किसी विशिष्ट प्रतिद्वंद्वी पर लक्षित होने के बजाय निरोध पर ध्यान केंद्रित करना है, जो वैश्विक स्थिरता और शांति के लिए व्यापक प्रतिबद्धता को उजागर करती है।
संयुक्त राज्य अमेरिका ने स्पष्ट किया है कि उसकी गुप्त परमाणु रणनीति किसी विशेष राष्ट्र या विशिष्ट खतरे के लिए निर्देशित नहीं है।
