कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के सूत्रों के मुताबिक, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाया है कि वह संसद में NEET परीक्षा मुद्दे पर चर्चा से “भागना” चाहती है। इस मामले पर विपक्ष द्वारा भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधने पर प्रधान ने कहा कि कांग्रेस चर्चा नहीं चाहती है, बल्कि इसका उद्देश्य अराजकता और भ्रम पैदा करना है।
प्रधान ने जोर देकर कहा कि सरकार एनईईटी परीक्षा मुद्दे पर किसी भी प्रकार की चर्चा के लिए तैयार है, जिसे राष्ट्रपति ने संसद में अपने संबोधन में भी उठाया था। उन्होंने संस्थागत तंत्र के सुचारू कामकाज की अनुमति देने के बजाय इस मामले पर राजनीति करने के लिए कांग्रेस की आलोचना की।
मंत्री ने आगे कहा कि NEET-UG परीक्षा में कथित अनियमितताओं से संबंधित मामला सीबीआई को सौंप दिया गया है। राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) में सुधार और शून्य-त्रुटि परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए इसरो के पूर्व अध्यक्ष के राधाकृष्णन की अध्यक्षता में विशेषज्ञों की एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है।
एनईईटी पेपर लीक मुद्दे पर संसद में विपक्ष के बार-बार व्यवधान के बीच प्रधान की टिप्पणी आई है। एनटीए द्वारा 5 मई को लगभग 24 लाख उम्मीदवारों के साथ एनईईटी-यूजी परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसके बाद बिहार जैसे राज्यों में प्रश्न पत्र लीक और अन्य अनियमितताओं के आरोप लगे थे।
शिक्षा मंत्रालय ने भी यूजीसी-नेट और एनईईटी (स्नातकोत्तर) परीक्षाओं को यह इनपुट मिलने के बाद रद्द कर दिया है कि परीक्षाओं की अखंडता से समझौता किया जा सकता है।
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कांग्रेस पार्टी पर संसद में NEET परीक्षा मुद्दे पर चर्चा से बचने का आरोप लगाया है
