कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के सूत्रों के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर हाल ही में हुई एक घटना ने भारतीय रेलवे में सुरक्षा और दक्षता को लेकर चिंता बढ़ा दी है। रविवार को बिलासपुर-शहडोल मेमू ट्रेन को निर्धारित प्लेटफार्म के बजाय बीच लाइन में रोक दिया गया, जिससे यात्री ट्रैक पर फंसे रहे।
ट्रेन को प्लेटफॉर्म पर रुकना था, लेकिन गलती से उसे बीच लाइन पर रोक दिया गया। इससे अराजक स्थिति पैदा हो गई और यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने के लिए ट्रैक पर उतरना पड़ा। यह घटना बुजुर्ग और विकलांग यात्रियों के लिए विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण थी, जिन्हें ट्रैक पर चलने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
स्थिति के प्रति तैयारियों और प्रतिक्रिया की कमी के लिए रेलवे अधिकारियों की आलोचना की गई। यह घटना रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा प्रोटोकॉल के बेहतर समन्वय और पालन की आवश्यकता पर प्रकाश डालती है। रेलवे अधिकारियों से भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने और यात्रियों की सुरक्षा और आराम सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है।
एक ट्रेन को गलती से निर्धारित प्लेटफॉर्म के बजाय मध्य लाइन पर रोक दिया गया, जिससे यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने के लिए ट्रैक पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
