कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के सूत्रों के मुताबिक, एटीआर (एरियल सर्वे एंड रिसर्च) टीम के प्रशिक्षित हाथी राजू छत्तीसगढ़ में लुप्तप्राय हाथियों और बाघों का पता लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। राजू के नेतृत्व में टीम इन राजसी प्राणियों की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए हवाई सर्वेक्षण कर रही है।
राजू के असाधारण कौशल और गंध की गहरी समझ ने क्षेत्र में हाथियों और बाघों की उपस्थिति का पता लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इन जानवरों की गंध को पहचानने की उनकी क्षमता ने टीम को उनके स्थानों को इंगित करने में मदद की है, जिससे अधिक प्रभावी संरक्षण प्रयासों की अनुमति मिली है।
एटीआर टीम, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल हैं, इन लुप्तप्राय प्रजातियों की रक्षा के लिए स्थानीय अधिकारियों और संरक्षण संगठनों के साथ मिलकर काम कर रही है। इस प्रयास में राजू का योगदान अमूल्य रहा है और इस उद्देश्य के प्रति उनके समर्पण ने उन्हें समुदाय से पहचान और सराहना दिलाई है।
राजू के नेतृत्व में एटीआर टीम की सफलता संरक्षण में सहयोगात्मक प्रयासों के महत्व का प्रमाण है। राजू जैसे प्रशिक्षित जानवरों की विशेषज्ञता के साथ अत्याधुनिक तकनीक को जोड़कर, टीम छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक विरासत की रक्षा करने में महत्वपूर्ण प्रगति कर रही है।
हमारे एटीआर के राजू हाथी और बाघ को ढूंढने में मदद कर रहे हैं
