भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) भारतीय क्रिकेट टीम में कुछ बड़े बदलाव करने वाला है। इन बदलावों में खिलाड़ियों की फिटनेस का ध्यान रखने के लिए यो-यो टेस्ट को फिर से लागू किया जाएगा। विदेशी दौरों पर खिलाड़ियों के परिवारों की मौजूदगी पर रोक रहेगी।
बीसीसीआई का यह कदम भारतीय टीम के खराब प्रदर्शन के बाद उठाया गया है। टीम न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया से बुरी तरह से टेस्ट सीरीज हार गई थी। उसके बाद से भारतीय टीम की हर तरफ आलोचना हो रही है। बीसीआई पर कड़े फैसले लेने का दबाव है।
यो-यो टेस्ट लागू कर खिलाड़ियों की फिटनेस ठीक करने पर जोर
बीसीसीआई खिलाड़ियों की फिटनेस को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाना चाहती है। यो-यो टेस्ट के हटने के बाद खिलाड़ियों की फिटनेस पर खराब असर पड़ा है। सूत्रों की मानें तो यो-यो टेस्ट हटने का गलत फायदा कुछ खिलाड़ियों ने उठाया।
उन्होंने अपनी फिटनेस पर ध्यान देना ही बंद कर दिया। इसका असर पूरी टीम पर पड़ा है। ऐसे में बोर्ड यो-यो टेस्ट को लागू करने पर विचार कर रहा है, जिससे खिलाड़ियों की फिटनेस को फिर से ठीक किया जा सके।
विदेशी दौरों पर खिलाड़ियों के साथ नहीं आ सकेगा परिवार
बोर्ड यह विचार कर रहा है कि विदेशी दौरों पर खिलाड़ियों के परिवारों की मौजूदगी पर रोक लगा जाए। मैच के दौरान परिवार के सदस्यों के शामिल होने से खिलाड़ी का ध्यान खेल से हटता है। वह टीम के साथ घुलमिल नहीं पाते हैं, जिससे सामंजस्य की कमी होती है।