कॉइन मीडिया न्यूज ग्रुप के सूत्रों के मुताबिक, बिलासपुर में किसानों के पास अब केवल 14 रुपये में केले के पौधे खरीदने का अवसर है, एक ऐसा विकास जो उनकी आय में काफी वृद्धि कर सकता है और उनकी वित्तीय संभावनाओं को बदल सकता है। इन उन्नतशील पौधों की खेती स्थानीय कृषि महाविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा उन्नत टिशू कल्चर तकनीकों का उपयोग करके की गई है।
इन केले के पौधों के आने से क्षेत्र में कृषि उत्पादकता बढ़ने की उम्मीद है। विशेषज्ञों का मानना है कि उचित देखभाल और प्रबंधन के साथ, किसान पर्याप्त पैदावार प्राप्त कर सकते हैं, संभावित रूप से उन्हें लखपति (करोड़पति) बना सकते हैं। इन पौधों की सामर्थ्य किसानों के लिए उनकी खेती में निवेश करना आसान बनाती है।
कृषि वैज्ञानिकों ने टिशू कल्चर तकनीक के उपयोग के फायदों पर जोर दिया है, जो रोगों और कीटों के प्रति बेहतर प्रतिरोध के साथ स्वस्थ पौधों को सुनिश्चित करता है। यह विधि न केवल विकास प्रक्रिया को तेज करती है बल्कि कुल उपज को भी बढ़ाती है, जिससे यह स्थानीय किसानों के लिए एक आकर्षक विकल्प बन जाता है।
जैसे-जैसे इस अवसर के बारे में बात फैल रही है, कई किसान इस खेती पद्धति को अपनाने के लिए उत्सुक हैं। स्थानीय अधिकारी और कृषि विशेषज्ञ किसानों को अपनी आजीविका में सुधार करने और क्षेत्र के आर्थिक विकास में योगदान देने के लिए इस पहल का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।